Be Safe, Be Fearless

क्या दहेज एक उपहार है? या फिर यह नए जोड़े के लिए पिता द्वारा की गई मदद की कोशिश है? कब और कितनी बार दहेज की मांग की जाती है? क्या आप सीधे सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से मांगे जाने वाले दहेज से तंग आ चुके हैं? हिंसा का यह स्वरुप कई महिलाओं को उदासी, गुस्सा और आत्महत्या तक की स्थिति में पहुंचा चुका है. यहाँ कई लोग हैं जो नहीं जानते कि क्या किया जाए, किससे बात की जाये, और इसका उपाय क्या है.

चौबीस वर्षीय प्रीती की कहानी कॉमन और दुर्भाग्यपूर्ण है:
“ राजीव हमेशा कहता था कि वही सबसे ज्यादा प्यार करता है. हम दोनों के बीच कभी कुछ भी नहीं आ सकता है…जब उसकी माँ ने मेरे पिता से राजीव को एक फ्लैट उपहार में देने के लिए कहा तो, राजीव ने इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि हमारे साथ रहेने की दिशा में यह एक कदम है. मेरे पहली गल्ती थी कि मैंने उसका भरोसा किया. मेरी दूसरी गल्ती थी कि मैंने अपने पिता को नहीं रोका. मेरी तीसरी गल्ती, मैंने सोचा कि शादी के बाद मांग बंद हो जायेगी. जब मेरी सास ने मेरे सारे गहने उन्हें दे देने को कहा तो मैंने खुद को मार डालने की कोशिश की.”